Cyber Crime: आपके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज, 2 करोड़ चुकाएं वरना... बदलापुर के बुजुर्ग से साइबर फ्रॉड
- Director DG Crime And Corruption Control
- Jun 23
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Updated: Jul 15
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। साइबर ठगों के गिरोह ने एक 68 साल के व्यक्ति को 'मनी लॉन्ड्रिंग' के मामले में फंसाने की धमकी दी। फिर केस से नाम बाहर करने के नाम पर उससे दो करोड़ रुपये ठग लिए। यह घटना बदलापुर पूर्व में हुई।

ठाणे: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। साइबर ठगों के गिरोह ने एक 68 साल के व्यक्ति को 'मनी लॉन्ड्रिंग' के मामले में फंसाने की धमकी दी। फिर केस से नाम बाहर करने के नाम पर उससे दो करोड़ रुपये ठग लिए। यह घटना बदलापुर पूर्व में हुई। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर पीड़ित को डराया और उससे पैसे ऐंठ लिए।
कैसे किया फ्रॉड?
पुलिस के अनुसार, बदलापुर पूर्व में रहने वाले एक 68 साल के व्यक्ति एक प्राइवेट कंपनी से रिटायर हुए हैं। उन्हें राजेश शर्मा नाम के एक व्यक्ति का फोन आया। उसने कहा कि उनके नाम पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से बहुत सी शिकायतें आई हैं। उस व्यक्ति ने कहा कि यह नंबर उसका नहीं है। शर्मा ने कहा कि नंबर आपके नाम पर लिया गया है। उसने तुरंत मुंबई के कुलाबा पुलिस स्टेशन में संपर्क करने को कहा। लेकिन वह उस समय बाहर थे, इसलिए पुलिस स्टेशन नहीं जा सके।
कैसे धमकाया?
फिर शर्मा ने फोन हेल्प डेस्क को ट्रांसफर कर दिया। दूसरी तरफ से बात करने वाले व्यक्ति ने पुलिस स्टेशन के अधिकारियों से फोन कनेक्ट कर दिया। उस अधिकारी ने बुजुर्ग व्यक्ति को बताया कि उनका नाम मनी लॉन्ड्रिंग और काले धन के लेनदेन में आया है। मुंबई के एक बैंक की शाखा में उनके बैंक खाते में संदिग्ध लेनदेन चल रहा है। आरोपियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए बुजुर्ग व्यक्ति को चुप रहने की धमकी दी। उन्होंने कहा कि यह एक राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। फिर उन्होंने एक और पुलिस अधिकारी से फोन कनेक्ट कर दिया।
अरेस्ट करने की धमकी
उस अधिकारी ने भी कहा कि आप 24 घंटे निगरानी में हैं। उस समय वह बुजुर्ग बाहर थे। CBI अधिकारी होने का दावा करने वाले आरोपी से उन्होंने मुंबई जाने की परमिशन ली और बदलापुर स्थित अपने घर आ गए। आरोपियों ने उन्हें फिर से फोन किया और कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आपको हिरासत में लिए बिना ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। उन्होंने यह भी धमकी दी कि अगर उन्होंने इस बारे में किसी को बताया तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस तरह आरोपियों ने उनसे ऑनलाइन पैसे वसूलना शुरू कर दिया।
दो करोड़ वसूलने के बाद कहा 48 घंटे में आ जाएंगे पैसे
आरोपियों ने उनसे दो करोड़ रुपये लेने के बाद वीडियो कॉल के जरिए उन्हें और उनकी पत्नी को सभी आरोपों से मुक्त कर दिया। उन्होंने कहा कि पैसे 48 घंटे के अंदर उनके खाते में आ जाएंगे। लेकिन बुजुर्ग व्यक्ति को पैसे नहीं मिले। साथ ही आरोपियों के फोन भी बंद हो गए। तब उन्हें पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
